Saturday, September 27, 2014


केंचुए ....ज़मीन पे पेट के बल घिसटते केंचुए .........

दुनिया के 99.99% लोग लकीर के फ़कीर होते हैं । सारी जिंदगी लकीर पीटते हैं । दूसरों की बनायी पगडण्डी पे चलते हैं । जो भी काम करते है ,वो इसलिए करते हैं की दूसरे भी ऐसा ही करते हैं । उन्हें खुश रखने के लिए करते हैं । उन्हें सारी जिंदगी एक ही चिंता खाए जाती है ..... हाय ,लोग क्या कहेंगे ?
इसके उलट दुनिया का स्वरुप जो आज दिखाई दे रहा है वो इन केंचुओं ..... पेट के बल रेंग के चलने वाले लकीर के फकीरों की बदौलत नहीं है । ये जो दुनिया आज दीखती है ,ये उन बागियों ने बनायी है जिन्होंने बनी बनायी पगडंडियों पे चलने से मना कर दिया । उन विद्रोहियों की है ये दुनिया जिन्होंने कुछ नया सोचने की और नया करने की हिम्मत की । विद्रोह किया स्थापित मान्यताओं से ।
एक आदमी बोला laptop बनाऊंगा । खलीफा बोले अबे पागल हो क्या ? computer भी कोई गोद में रखने की चीज़ है ? एक और था । वो बोला की mobile फोन ......खलीफा बोले .... why should a man carry a fon in his pocket ? दुनिया में हर नयी सोच का और हर नयी चीज़ का पुरजोर विरोध हुआ .....परंपरा वादियों ने गर्दनें उतार ली ।
कोई बाप नहीं चाहता की उसका बेटा बागी हो ...... सबको श्रवण कुमार ही चाहिए । शेर पालना बड़ा मुश्किल होता है ........ केंचुए बड़ी आसानी से पल जाते हैं ...... मिटटी में घुस के ,मिटटी ही खा के मिटटी हगते हुए .....

क्रमशः..........




केंचुए .......2

एक मित्र हैं । indra mani upadhyay . KV में टीचर है । बढ़िया लिखते हैं । उन्होंने आज सुबह एक बड़ी मार्मिक पोस्ट डाली । उनके कोई मित्र थे पासवान जी जिन्हें एक खटीक लड़की से प्रेम हो गया था । दोनों SC होते हुए भी बाप यूँ तैयार न था की मैं पासवान ......इतना श्रेष्ठ ......उच्च जाति का ......खटकिन से ब्याह दूं लड़का ? indra mani upadhyay ने ये तो नहीं बताया की उनका मित्र केंचुआ ही रह गया या शेर बना ।

हिंदी में कहावत है कि कुत्ता भी अपनी गली में शेर होता है । वाह ..... क्या बात है .....प्रकृति ने कुत्ते को भी कुछ पल ऐसे दिए ,अपनी गली में ही सही कि वो शेर हो ...... पर हमारे आज्ञाकारी श्रवण कुमारों को इतना भी न दिया की वो अपने घर में बाप के सामने ही शेर हो जाए । पासवान जी केंचुए ही रह गए ,या शेर बने ...... हमें नहीं पता ।

हर बाप यही चाहता है कि उसका बेटा गली में तो शेर हो पर उसके सामने केंचुआ ही रहे । क्योंकि बड़ी आसानी से पल जाते हैं केंचुए । मिटटी में रेंगते हुए , पेट के बल घिसटते ........

क्रमशः............





जमीन पे पेट के बल घिसटते रेंगते केंचुए ....... 3

सुबह जाने क्यों मुझे लगा कि मैं बहुत तल्ख़ हो जाता हूँ लिखते समय । जहर उगलता हूँ । आज दिन में सोचा अब नहीं लिखूंगा बहुत कडवी बात । पर क्या करू ? कोई न कोई विषय ऐसा आ ही जाता है ......
अब आप ही बताइए , इतनी घृणित कुरीतियों और परम्पराओं को ढो रहा है समाज । और हमारे ये नौजवान ,क्यों ढोते हैं इन्हें । अरे केंचुओं .......उठ खड़े हो एकदिन ..... अबे ये जवानी किस दिन काम आएगी । अरे हिम्मत तो करो ...... बहुत आसान है इस भंवर से बाहर निकलना । अरे कर के तो देखो ।


23 अगस्त .......हिंदुत्व छुट्टा सांड है .....इसे मत बांधो .....मर जाएगा 

मुसलामानों और सिखों की temporal seats हैं .....मक्का मदीना और अकाल तखत जैसी ...... जो अपने अनुयायियों को जब चाहे summon भेज के बुलवा लेती हैं .... फतवे जारी कर देती हैं ....... जात धर्म से बाहर कर देते हैं । हुक्का पानी बंद कर देते हैं । सरदार जी लोग तनखाइया घोषित कर देते हैं । फिर मुजरिम की तरह पेशी होती है । charge sheet पढ़ के सुनायी जाती है । और फिर सज़ा सुनाई जाती है । सरदार जी सारा दिन गुरुद्वारे में बैठ के जूता पॉलिश करते हैं । मियाँ जी लोगों को तो शरिया अदालत पटक के मारती है ...... मारो साले को । मियाँ जी को नंगा कर के हंटर से पीट़ा जा रहा है । ज़मीन में गाड़ के पत्थर मार मार के मुआ दिया । इतना आतंक है इन seats का ।

कुछ साल पहले एक महा cute हिन्दू नेता ने बयान दिया की हम हिन्दुओं की भी कोई ऐसी सर्वोच्च संस्था होनी चाहिए । ऐसी संस्था जो मुझ जैसे भ्रष्ट पापी हिन्दुओं को कालर से पकड़ के अपने सामने पेश कर सके ......... sir ये देखिये ,ये नव रातर में टुंडे कबाबी के यहाँ कबाब परांठा खा रहा था ....... चलो अजीत सिंह ...... हाजिर हो ......

हमने अपने blog पे उस हिन्दू नेता को लिया तरिया ..........लिया शुद्ध फ़ारसी भोजपुरी में दस लात ...... तू कौन बे ? तू और तेरा शंकराचार्य .......और तेरी सिद्ध पीठ .......साले दाढ़ी उपार के पिछवाड़े में घुसेड देंगे ...... साले तुम होते कौन हो बे ? हमारे religious conduct को regulate करने वाले । हम तो बेटा यूँ ही खड़ा हो के मूतेंगे और नंगे नहायेंगे । तुम दखलंदाजी करोगे तो घूम घूम के मूतेंगे । हमारा हिंदुत्व हम खुद define करेंगे । regulate करना होगा तो self regulate करेंगे । अच्छे बुरे का निर्णय हम करेंगे ......अपने बुद्धि विवेक से करेंगे ।
हिंदुत्व की यही एकमात्र quality है जो उसे अन्य सभी धर्मों से अलग करती है और श्रेष्ठ बनाती है ......हिंदुत्व की स्वतंत्रता ...... आजादी ......पूजा पद्धति की आज़ादी , आराध्य चुनने की आजादी .....पवित्र पुस्तक चुनने की आजादी ......और आलोचना और तर्क करने का अधिकार ....सबसे बड़ा ,नकार देने का अधिकार । हिंदुत्व एक मात्र ऐसा धर्म है जो नित नया होता है ......evolve होता है ......समय के साथ बदलता है ..... समय के साथ चलता है ..... बल्कि कई बार तो समय से आगे चलता है .....
छुट्टा सांड है हिंदुत्व ....... इसको छुट्टा ही घूमने दो । चरने खाने दो । मत बांधो किसी खूंटे से . जिस दिन इसे बाँध दोगे , मर जाएगा ।

22 अगस्त ....... चार बाग़ लखनऊ का अंधा भिखारी ......

वो वहाँ लखनऊ के चारबाग स्टेशन के मेन हॉल में खडा था । तभी एक बुज़ुर्ग उसके बगल से निकले । संभ्रांत ....... well dressed ....... वो उसे देख के ठिठके । दो कदम वापस लौटे । मैं भी रुक गया । उन्होंने जेब से सिक्का निकाला और उसके हाथ में थमा दिया । और चल दिए । पहले तो उसकी समझ में ही न आया ।
क्या ? ये क्या है ?
मैंने कहा , पैसा ........
पैसा ? उसे कुछ क्षण लगे ये समझने में की कोई उसके हाथ में पैसे थमा के चला गया । सिर्फ क्षण भर के लिए वो सकुचाया । फिर उसने वो मुट्ठी भीच ली । मैं सामने खडा देख रहा था । मैंने कहा वो तुम्हे भीख दे गया ।
इतना सुनते ही वो प्रतिकार की मुद्रा में आ गया । उसने मुट्ठी और कस के भीच ली । फिर वो पैसे जेब में डाल लिए ।
पूरा घटनाक्रम मात्र दस सेकंड में ख़त्म हो गया ।

वो बुजुर्ग आगे निकल गए थे । मैंने उन्हें जा पकड़ा ।
He was not a begger . उन्हें कुछ समझ नहीं आया । मैंने उन्हें याद दिलाया ......अभी आप जिसे वो सिक्का दे के आये है ..... वो भिखारी नहीं था ।
but he was blind .
इस से क्या फर्क पड़ता है । वो अंधा ज़रूर था ,पर भिखारी नहीं था ।
But we should help blind people .

But you did not help him . you made him a begger . उस दो रु के सिक्के ने उसे भिखारी बना दिया । आपने उसे भिखारी बना दिया । बुज़ुर्ग अड़ गए । बहस की मुद्रा में आ गए ।
मैंने उन्हें सिर्फ इतना कहा .......काश आपने उसकी भिची हुई मुट्ठी देखी होती ।
आपने उसे भिखारी बना दिया ।



चारबाग स्टेशन पे खड़े अंधे के भिखारी बनने के बाद ......2

पूर्वांचल में जवान लड़के का बाप होने का भी अलग ही मज़ा है । लड़का 6 फुटा , सजीला जवान हो , smart सुन्दर ......ऊपर से सफल और employed ......वो भी पक्की सरकारी नौकरी ...... तब तो कहना ही क्या ......
लड़के के बाप को कुछ सलीम खान ( सलमान खान के बाप , सलीम जावेद वाले सलीम ) टाइप फीलिंग आती है । ऐसे में जब लड़के का बाप साल में सिर्फ एक बार सिर्फ हफ्ते भर के लिए उपलब्ध हो तो .....
दिग्विजय सिंह की शादी के लिए लोग चले ही रहते हैं । आते हैं तो सिर्फ और सिर्फ एक बात कहते हैं । दहेज़ ........ blank cheque ले के आते हैं । पहले तो मैं उन्हें ऊपर से नीचे तक देखता हूँ । फिर पूछता हूँ ......अबे किस बिल में हाथ डाल रहे हो ? अबे इसका बाप इस से ज़्यादा स्मार्ट था बे ...... इस से ज़्यादा बड़ी ,सरकारी नौकरी करता था । अबे वो नहीं बिका यार ...... ये क्या बिकगा । वो चेक में एक zero और बढ़ा देते हैं । फिर मैं उन्हें पूरे 3 घंटे का lecture पिलाता हूँ ।पूरी genetic engineering और sociology पढ़ाता हूँ ।

लड़की का बाप फिर भी नहीं समझता । सारी बातचीत में उसका ध्यान सिर्फ और सिर्फ cheque पे लगे zero पे होता है ।

मैं रोज़ देखता हूँ ......लोग उस चेक को पकड़ के मुट्ठी भीच लेते हैं ।


June 27 ·
एक स्कूल में नया हेड मास्टर आया . पहले दिन उसने assembly में सिर्फ एक बात कही . अब मैं आ गया हूँ . अच्छे दिन आने वाले हैं ...... अब स्कूल में किसिम किसिम के लड़के थे और किसिम किसिम के मास्टर . अच्छे दिन की परिकल्पना सबकी अलग अलग होती है . हेड मास्टर ने आते ही डंडा चढ़ा दिया . सबसे पहले अनुशासन का डंडा चढ़ाया .....कोई लेट नहीं आएगा . सब प्रॉपर यूनिफार्म में आयेंगे . कोई एब्सेंट नहीं होगा . कोई क्लास बंक नहीं करेगा . कोई इधर उधर आवारा नहीं घूमेगा . सब मास्टर घंटी लगते ही क्लास में पहुँचो . कायदे से पढाओ . कोई मास्टर स्कूल में पान नहीं खायेगा . इम्तहान में नक़ल नहीं होगी .
कामचोर निकम्मे मास्टरों को लगा की बड़े बुरे दिन आ गए . अच्छे अध्यापकों को लगा की अब आयेगा मज़ा . अब स्कूल जैसा लगता है . अब मैं कायदे से पढ़ाऊंगा .....वाकई अच्छे दिन आ गए . उसी तरह आवारा लड़कों के तो दुर्दिन आ गए . समय से आना . कोई उत्पात नहीं . सिर्फ पढाई पढाई पढाई ......... अच्छे लड़कों को लगा की वाकई अच्छे दिन आ गए ........स्कूल का माहौल बढ़िया हो गया . खूब अच्छी पढाई होने लगी .........
फिर साल भर बाद जब रिजल्ट आया तो सबको पता लगा की वाकई अच्छे दिन आ गए थे .......... आवारा लड़के और निकम्मे मास्टरों ने भी मजबूरी में ही सही , अनुशासन में रह के काम किया था , पढाई की थी , सो रिजल्ट अच्छा ही आया था .
शुरू में कुछ दिन लगेगा की ये कैसे दिन आ गए ......पर बाद में सबको पता चलेगा की अच्छे दिन आये हैं ........Have faith on your leader . He is an honest man . he's working hard ........ अच्छे दिन ज़रूर आयेंगे ......

Thursday, September 25, 2014



25 september 2014 
मेरी एक रिश्तेदार हैं , यहाँ पंजाब में ...... बेहद खूबसूरत महिला हैं ....... एक बात तो माननी पड़ेगी ....... ईश्वर ने पंजाबी महिलाओं को और कुछ दिया हो या न दिया हो ........ रंग रूप तो दिया ही है ........ तो जब मेरी वो रिश्तेदार निकलती हैं तो मैं हमेशा उनसे कहता हूँ ...... काला टीका लगा लिया कीजिये ........ किसी कमबख्त की नज़र न लग जाए .......... हो सके तो चोटी में मिर्ची नीबू लटका लिया कीजिये ......... और सुनिए ......मुह बंद ही रखा कीजिये ........ मुह बंद हो तो आप बेहद खूबसूरत लगती हैं ......... मुह खोलने में एक और रिस्क भी है .......... पोल खुल जाती है ....... पता चल जाता है की अनपढ़ है ........ एकदम जाहिल ........
prem भैया .....prem prakash जी राजघाट वाले .....उनकी एक साल भर पुरानी पोस्ट आज फिर प्रकट हुई है ..........लिखते हैं की लडकियां मुह ढक के चलने लगी हैं ......... पर्दा ...... कुछ मोहतरम इसी बहाने हिजाब , नकाब और बुर्के को ही जायज़ ठहराए दे रहे हैं .......... मैंने prem भैया से कहा की चिंता न कीजिये हुज़ूर ......... वो अमिताभ बच्चन की film का गाना है न .....धूप में निकला न करो रूप की रानी .......गोरा रंग काला न पड़ जाए ....... सो ये सिर्फ गोरा होने की कवायद है ........ फेयर लभली यूँ ही नहीं बिकती देस भर में .......
बाकी इन हिजाब नकाब पहन के स्कूटी चलाती खबातीन से यही प्रार्थना ही कि हे देबी जी ......... , बढ़िया है ........ आप गोरी चिट्टी रहे ......... पर जितना ध्यान गोरा दिखने पे है और जितनी कवायद इसके लिए करती हो उसकी 1 % भी अपने दिमाग पे खर्चती तो यूँ मुह बंद रखने की सलाह न मिलती .......... दिनरात जो ये सास बहू जोधा अकबर देखती हो ......... महिलाओं को अपना बौद्धिक स्तर ऊपर उठाने का भी प्रयास करना चाहिए .......... सचमुच कई बार लगता है की वाकई ये shefali vaidya , sumedha sarvdaman , rati parkar , arundhati rajpal , ruchi sharma trivedi और sarika chaudhari ....ये वाकई फर्जी ID तो नहीं ........ पढ़ के लगता नहीं की खबातीन हैं ...... शर्त लगा लो ......इनमे से एक भी जोधा अकबर नहीं देखती होगी और हिजाब पहन के स्कूटी नहीं चलाती होगी .......
यूँ मैंने आजतक रानी झांसी का , या झलकारी बाई का कोई चित्र नहीं देखा जिसमे हिजाब पहन घोड़े पे बैठी हो ........

25 september २०१४  at 11:29am · 
चुनावों के दौरान चुनाव आयोग धन बल के दुरुपयोग को रोकने के लिए निगरानी करता है . पुलिस गाड़ियां रोक रोक के तलाशी लेती है . advisory जारी होती है की 50,000 से अधिक cash ले कर न चलें ....... किसी के पास ज्यादा पकड़ा जाए तो पुलिस जप्त कर लेती है पैसा ....... पकड़ा गया काला धन ..... गया आपका पैसा ? जी नहीं, ऐसा नहीं है ........ उसकी पूरी कानूनी प्रक्रिया है ....... आप ये सिद्ध करेंगे की काला धन नहीं है ......मेरा जायज़ पैसा है .......हक हलाल की कमाई है ....... फलाने फलाने काम से ले के जा रहा था .......... आपको सबूत देने होंगे ..........दूसरी तरफ सरकार को ये सिद्ध करना होगा की नहीं हुज़ूर काला धन है ......... सबूत देने होंगे ....... तब पूरी कानूनी प्रक्रिया के बाद एक अदालत ये फैसला करेगी की आपका धन काला था या सफ़ेद ........ पर रुकिए हुज़ूर ...इतना खुश न हूजिये ....... ये तो निचली अदालत का फैसला है हुज़ूर ......अभी तो हाई court सुप्रीम कोर्ट न जाने क्या क्या बाकी है ........ दोनों में से कोई पार्टी ऊपरी अदालत में जा सकती है ...... सालों लग जायेंगे ........ तब कहीं जा के निर्णय होगा .....धन काला था या सफ़ेद .......
अपने यहाँ भाई लोग परेशान हैं ......100 दिन बीत गए .....मोदी काला धन ले के आये नहीं अब तक ........ जैसे अपने यहाँ सड़क किनारे सब्जी मंडी लगती है ना ......गए और ले आये आलू प्याज धनिया पुदीना ....... वैसे ही switzerland में भी लगती है ........ वहाँ बैंक ठेले पे ले के चलते हैं ......काला धन ....... मोदी गए और झोला भर के ले आये ....... लो भैया बनाओ खाओ ........
4 साल से सुप्रीम कोर्ट कह रहा था की SIT बनाओ काले धन पे ....... मनमोहन सिंह ने नहीं बनायी ......मोदी ने आते ही बना दी ........ जनाब काला धन SBI में नहीं रखा है या बैंक of बड़ोदा में ..........कि मोदी घुड़क के पूछ लेंगे .....बता बे किसका है और कितना है ......... वो वहाँ swiss बैंक में रखा है .....और swiss बैंक और swiss सरकार कोई आपकी लौंडी पुतरिया नहीं है भैया , की आपने कहा नाचो छमिया .....और वो नाचने लगी ........
आप यूँ कीजिये ...... मैं आपको अपना खाता नंबर बताता हूँ ......जाइए मेरे बैंक से पूछ के आइये की कितना बैलेंस है मेरे खाते में ? बता देगा आपको बैंक ? पूछेगा ....तू कौन बे ? चल भाग ........ कोई बैंक नहीं बतायेगा अपने खातेदार के बारे में ........ फिर उसकी एक लम्बी कानूनी प्रक्रिया होगी ......उसके तहत आप पूछेंगे ........ फिर बैंक अपने खातेदार से कहेगा .....भैया ..... फलाने आये थे ....कहते थे की तुम ब्लैक मनी रखे हो हमारे बैंक में ....... वो भी कुछ जवाब देगा ....... वहाँ भी अल्लाह के फज़ल से कोर्ट कचहरी है ........ court चला जाएगा ....... फिर आप सिद्ध कीजिये की ये ब्लैक मनी है और वो कहे की सफ़ेद है ........ फिर वहां की court जो फैसला दे तो बैंक उस हिसाब से आपको दे वो ब्लैक मनी ..........
पर नहीं ...... यहाँ हिन्दुस्तान में लोग चाहते हैं की 100 दिन में मोदी बोरा में भर के सारा रुपया ...........पीठ पे लाद के ले आयें .........
कानूनी प्रक्रिया है भैया ......किसी आपिये का लौंडा नहीं ....... जो ब्याह के चौथे दिन ही आ जाए बाहर ....... पापा .....मैं आ गया ..........


25 september at 8:55am ·

9/11 हो चुका था . बुश ने अफगानिस्तान पे हमला कर दिया था और लादेन तोरा बोरा की पहाड़ियों में छुप गया था ......... तोराबोरा की पहाड़ियों में प्राकृतिक गुफाएं बनी हुई हैं और बताया जाता है की उनमे से कुछ तो किलोमीटर भर गहरी हैं ......... उन्ही गुफाओं के बीच कंक्रीट के bunkers बना रखे थे तालिबान ने ......... उन पे अमेरिकी वायुसेना के सामान्य बम नाकाम थे .............बुश ने MOAB गिराए .......ये वो बम थे जो वातावरण में आग लगा कर बहुत बड़े इलाके की सारी ऑक्सीजन चूस लेते हैं और सब कुछ झुलस जाता है .......... जीव जंतु दम घुटने से मर जाते हैं ......... MOAB के हमले के बावजूद लादेन के मरने की पुष्टि नहीं हुई थी क्योंकि उसकी dead body कभी बरामद नहीं हुई .......... जब अमेरिका उसे अफगानिस्तान में ढूंढ रहा था , वो पकिस्तान का state guest बन के पाकिस्तानी सरकार को सेवा का मौक़ा दे रहा था .........
उन्ही दिनों की बात है ........ लखनऊ के चारबाग स्टेशन से मैं जीप में बैठा और मुझे निशात गंज उतरना था ......... एक सहयात्री ने लादेन की बात छेड़ दी ....... साला भाग गया ....... डरपोक ..... अमेरिका कुत्ते की तरह दौड़ा के मारेगा ........ बगल में एक जवान लड़का बैठा था ....... शक्लो सूरत और पहनावे से आम आदमी था ........ आम, पढ़ा लिखा , नौकरी पेशा .......वो तिलमिला उठा ........ हमारी बातें सुन के उसके अन्दर का मुसलमान जाग गया और बाहर आ गया .........
देखना , वो चुप थोड़े न बैठेगा ........ बदला लेगा ....... पलट के मारेगा ....... लखनऊ का मुसलमान ........ हिन्दुस्तानी मुसलमान ....... और लादेन के प्रति ये निष्ठा ? इतना प्यार ? और दुनिया secularism का पाठ हमको पढ़ाती है ??????
मोदी PM हैं ........ बहुत कुछ कहना उनकी मजबूरी है ....... पद की गरिमा उनसे बहुत कुछ झूठ सच बुलवाती है .........योगी अभी CM नहीं हैं .......अभी कुछ दिन वो सच बोलना afford करते हैं ....... बाकी सच क्या है , ये मैं भी जानता हूँ ......... और आप भी जानते हैं ........ और मुसलमान भी ........



25 september 2014 

मोदी कहते हैं .......न खाउंगा न खाने दूंगा ........... उनके बारे में अरुण जेटली ने बताया की न सोते हैं न सोने देते हैं ......... मोदी ने कहा था की " अच्छे दिन आने वाले हैं " ......... इसमें कोई दो राय नहीं की अच्छे दिन आयेंगे तो ज़रूर ......... पर यूँ ही नहीं आ जायेंगे ....... बहुत कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी तब आयेंगे अच्छे दिन ........ ऐ हिन्दुस्तानियों ..... बहुत दिन मौज ली ....... देस का कूड़ेदान बना दिया .....जहां मर्जी चाहा वहीं हगा मूता थूका और कूड़ा फेंका ....... चलो अब 2 अक्टूबर से उठाओ झाडू उठाओ और साफ़ करो पूरा मुल्क ........
मोदी ने कहा है की सबके लिए शौचालय बनवा देगा ....... पर याद रखना हगने के बाद गांड खुद धोनी पड़ेगी ...... धोने के लिए मोदी नहीं आयेगा .........आ गए अच्छे दिन ..........


GOW बोले तो gangs of wasseypur का वो सीन याद है जिसमे हुमा कुरैशी नवाज़ से कहती है कि गांजा पी पी के बूढ़े लगने लगे हो ......... नवाज़ जब गुसिया जाता है तो दर्जी की दूकान पे खड़े आदमी से पूछती है ......
क्यों भाई साहब कितने साल के लगते हैं ये ?
40 के ......
नवाज़ ....... क्यों बे ? 40 के ?
दर्जी ....नहीं 34 के ......
नवाज़ ....... 34 के ? तमंचा निकाल के सटा देता है ....34 के ?
दर्जी .......नहीं 24 के ........
नवाज़ ........ *** के ....आज ही पैदा हुए हैं .......
सीधी सी बात है भैया ....... तमंचा सटा के जब भी पूछोगे ऐसे ही जवाब मिलेंगे ....... अब वो चाहे GOW का दर्जी हो या देश का PM ......... fareed ज़कारिया सवाल पूछेगा मुसलामानों की देश के प्रति निष्ठा पे .......तो PM क्या जवाब देगा ....... 24 का ही न बताएगा .........
अब ये तो फ़रीद ज़कारिया का फ़र्ज़ बनता था की वो आगे से बोलते ....... *** के रहने दो ......हम भी जानते हैं कितने देस भगत हैं .........
हर कोई anuraag kashyap नहीं होता भैया ........

बात 1988 की है . उन दिनों मैं NIS पटियाला में अपना डिप्लोमा कर रहा था . NIS माने national institute of sports ....... तभी एक दिन सुबह सुबह ये सूचना आई की सय्यद मोदी की लखनऊ में ह्त्या हो गयी . सय्यद मोदी भारत के नामचीन बैडमिंटन खिलाड़ी थे और उन्होंने australian ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता जीती थी ......... उनकी ह्त्या लखनऊ के KD singh " Babu " स्टेडियम में अल्लसुबह हुई जब वो सुबह की ट्रेनिंग के लिए वहाँ आये थे .........
NIS भारतीय खेल की शीर्ष संस्था है . सभी गेम्स के top खिलाड़ी वहीं साल भर रह कर कैम्पस में ट्रेनिंग करते हैं ........ सय्यद मोदी ने भी वहाँ सालों बिताए थे ..........
हमारे साथ लखनऊ के तीन बैडमिंटन खिलाड़ी , कौशल , खरे , और अंसारी ......ये तीनों भी डिप्लोमा कर रहे थे और लखनऊ के उसी स्टेडियम के ही खिलाड़ी थे और सय्यद मोदी के ट्रेनिंग partners थे ........ ये खबर सुन के उन तीनों की पहली प्रतिक्रया यही थी ......... मरवा देहलस संजय सिंघवा ......... उन तीनों का दिनरात का उठना बैठना था सय्यद मोदी के साथ .......पूरी कहानी अन्दर की जानते थे तीनों .........
और अन्दर की कहानी ये थी की सय्यद मोदी ने उन दिनों की एक टॉप बैडमिंटन player अमिता कुलकर्णी से प्रेम विवाह किया था ...... दोनों वहीं NIS में ही साथ रहते थे . फिर लखनऊ शिफ्ट हो गए . वहाँ अमेठी राज घराने के राजा और कांग्रेस नेता संजय सिंह भी बैडमिंटन खेलने आते थे . उनकी मोदी युगल से अच्छी मित्रता हो गयी . संजय सिंह अमिता कुलकर्णी मोदी की तरफ आकृष्ट हो गए और उन्होंने सय्यद मोदी की ह्त्या करवा दी ......... सब कुछ हुआ .....बवाल मचा .....सीबीआई जांच तक हुई ......पर संजय सिंह ने खुद को बचा लिया ........ बाद में बड़ी बेशर्मी से दोनों ने शादी कर ली ......" अमिता कुलकर्णी मोदी " अमिता सिंह बन गयी ........
वही अमिता सिंह आजकल कांग्रेस नेत्री हैं ........जिला परिषद् की अध्यक्ष हैं ......MLA MP का चुनाव लडती हैं कांग्रेस के टिकट पे ......और संजय सिंह राज्य सभा सदस्य है कांग्रेस से ......... और सोनिया गाँधी परिवार के सबसे बड़े सिपहसलार हैं , अमेठी राय बरेली में ..............आजकल उनका अपने बेटे ( पहली पत्नी से जो पूर्व प्रधान मंत्री VP singh की भतीजी हैं ) संपत्ति विवाद चल रहा है .........उनके बेटे ने आज मांग की है की सय्यद मोदी की ह्त्या की न्यायिक जांच करवाई जाए ........
yessssssssssssss.......सय्यद मोदी की ह्त्या की न्यायिक जांच होनी ही चाहिए .......... कितने कंकाल छुपे हैं कांग्रेसियों की अलमारियों में ..........सब बाहर आने चाहिए ......

विशाल भारद्वाज की कालजयी रचना " मकबूल " में एक दृश्य है ....... जिसमे तब्बू इरफ़ान से कहती है की वो माँ बनने वाली है .......
इरफ़ान : तुम जहांगीर के साथ आख़िरी बार कब सोयी थी ?
तब्बू : तुम्हारा है मियाँ ........... पर तुम कहोगे तो गिरवा देंगे ........
उसके बाद जब तब्बू जहांगीर की ह्त्या के अपराधबोध में जल रही है , वो कहती है अपने गर्भस्थ शिशु के लिए ..........
हमेशा रोता रहता है ....... हमने इसके बाप को मारा है न .........
इरफ़ान तब्बू को एक झापड़ मारता है और चीख के कहता है .......... ये बच्चा मेरा है ........
मंगल यान मंगल गृह तक पहुँच गया . हिन्दुस्तान ये decide नहीं कर पा रहा की बच्चा किसका है ........ नेहरु का ...... या मनमोहन सिंह का ....... मोदी का तो हो नहीं सकता ......इतना तो तय है .......क्योंकि अभी तो बियाह को ही सिर्फ चार महीने हुए हैं ......
और न मोदी मोहल्ले भर में ये कहते फिर रहे हैं की मेरा है ....... मेरा है
अलबत्ता दिग्विजय सिंह ये जरूर कहते फिर रहे हैं की हमारा है , हमारा है ......
मेरा सुझाव है कि आगे से जब भी नयी दुल्हन और नयी सरकार बने तो पहले pregnancy test कराओ ...... ये तेरा है , मेरा है का झगडा अच्छा नहीं लगता ........

मेरे एक मित्र हैं . हम साथ पढ़े हैं पटियाला में . उनकी एक बहुत छोटी सी यूनिट हुआ करती थी मंडी गोबिंद गढ़ पंजाब में . सड़क के किनारे , GT road पे . 5 साल पहले उन्होंने अपना यूनिट बेच दिया और रायपुर शिफ्ट हो गए . उनका यूनिट बमुश्किल 1000 गज के प्लाट में था , उसे बेच कर उन्होंने वहाँ 5 acre में बहुत बड़ी मिल लगाई है . काम वही करते हैं . rolling मिल चलाते हैं . अर्थात लोहे को पिघला के उस से सरिया , एंगल , पटरी इत्यादि बनाते हैं ...... बताने लगे की उनकी industry का सारा कच्चा माल यानी लोहा और कोयला वहीं से आता है .....ज़मीन बेहद सस्ती है ....... जितने में 1000 गज बेचा उतने में वहाँ 5 acre खरीदा ........ सरकार ने लाल कारपेट बिछा के बुलाया और इज्ज़त से बसाया .....लोन दिया .......... आज एक शानदार फैक्ट्री के मालिक हैं ....... पंजाब से एक उद्योग उठ कर छत्तीस गढ़ चला गया .
पंजाब की बादल सरकार कहती है की पंजाब के पास समुद्र , बंदरगाह , shipping और प्रचुर सस्ती ज़मीन और कच्चा माल कोयला खनिज का नज़दीक न होना एक बहुत बड़ा drawback है .........
सौभाग्य से उत्तर प्रदेश और बिहार के पास सबकुछ है ......... समुद्र न सही गंगा जी हैं ....... नदियों का जाल बिछा है ...........वहाँ आराम से छोटे ship चल सकते हैं . बगल में कोयला है , खनिज है , manpower है जिसे वो बड़ी आसानी से प्रशिक्षित कर सकते हैं ......... इफरात ज़मीन है सस्ती ......यानि उद्योग लगाने के लिए एक perfect माहौल ............. पर उत्तरप्रदेश के गांधीवादी , समाजवादी , नेहरूवादी , अम्बेडकरवादी और हिन्दू वादी सब छाती ठोक के कहते हैं .......नहीं चाहिए उद्योग ........ नहीं चलने देंगे गंगा जी में ship .......... अपनी ज़मीन किसी कीमत पे नहीं देंगे ........... किसान अपनी ज़मीन नहीं देंगे ..........
मत दो भैया ....... मत दो ज़मीन उद्योग के लिए ......... मत चलने दो ship गंगा जी में ...... लोगबाग बड़े बड़े बंदरगाह बना के और बड़े बड़े industrial पार्क बना के तैयार बैठे हैं ...........

जब लालू जी रेल मंत्री हुआ करते थे तो उन्होंने गरीबों के नाम पे एक महा fraud करते हुए एक रेल चलाई जिसका नाम रखा गरीब रथ ....... जब वो रेल चली तो अखबारों में पूरे पूरे पेज के विज्ञापन छपा करते थे और यूँ कहा जाता था की लालू से बड़ा गरीबों का मसीहा तो आज तक सृष्टि में कोई हुआ ही नहीं . गरीबों के लिये AC गाड़ी चलवा दी . वो दीगर बात है की उस गाडी से आजतक कोई गरीब आदमी छू के नहीं गुजरा .अंततः वो एक सस्ती VVIP गाडी ही साबित हुई .
खैर किस्सा ये है की अमृतसर से सहरसा गरीब रथ चली .रूट था अमृतसर , अम्बाला , मुरादाबाद , लखनऊ , गोरखपुर , सहरसा .गाड़ी तो चल पडी पर यात्री नदारद . अमृतसर सहरसा के बीच कहाँ से लाओगे 1200 यात्री ? गाडी पिट गयी . खाली दौडती रही साल भर . रेलवे ने फिर किसी तरह इज्ज़त बचाई . उसे via दिल्ली किया . अमृतसर दिल्ली के बीच कुछ यात्री मिले . फिर दिल्ली लखनऊ के बीच कुछ मिल गए . और इस तरह टुकड़ों में भर के गाडी चलती है . अमृतसर सहरसा के डायरेक्ट यात्री शायद 2-4 ही होते होंगे पूरी गाडी में . इसी तरह एक बार एक जनशताब्दी चली थी लखनऊ वाराणसी के बीच via प्रतापगढ़ . वो भी पिट गयी . और सुन लो . दिल्ली से अमृतसर / चंडीगढ़ / लुधियाना के बीच 6 शताब्दी चलती है रोजाना . य्य्य्ये लबालब भर के . 2-4 और चला दो . वो भी भर जायेंगी . मुंबई अहमदाबाद के बीच जो रेलगाड़िया हैं उनके अतिरिक्त सुना है की 400 volvo बस चलती है , super deluxe स्लीपर coaches ......किसी में जगह नहीं मिलती ........
कुछ Viharee ( UP + Bihar = Vihaar) मित्र आजकल बहुत नाराज़ चल रहे हैं . इतने नाराज़ की सरफरोशी की तमन्ना अब उनके दिल में है ........ कहते हैं की लोक सभा की 100 सीट हमने दी और bullet ट्रेन मुंबई अहमदाबाद को ?????
किसी शायर ने लिखा है ......... शौके दीदार अगर है तो नज़र पैदा कर. उसी तर्ज पे हमने लिख दिया है ........ bullet train चाहिए तो औकात पैदा कर ....... ऐ विहारियों , ऐसी क्या बात है यार ....... bullet ट्रेन का क्या है ? एक नहीं 20 दौड़ेंगी .......... औकात तो पैदा करो ........ उस लायक तो बनो ..... अभी किसलिए चलवा दें ? धान की रोपनी करने जाओगे ? पंजाब ? bullet ट्रेन में बैठ के ? अभी के जो हालात हैं उसमे तो नयी जनसेवा और जन नायक चल सकती हैं दो चार ............ कुछ ऐसा करो की bullet ट्रेन दौड़ने लगे .........

कल रजत शर्मा news में किसी पाकिस्तानी चैनल के किसी पैनल discussion की clipping दिखा रहे थे . उसमे वो पाकिस्तानी एक्सपर्ट ये बता रहा था की मोदी पिछले दो महीने में कहाँ कहाँ हो आये हैं और कहाँ जाने वाले हैं . चीन के राष्ट्रपति आज आ गए हैं इसके बाद मोदी अमेरिका जायेंगे . वहाँ क्या क्या करेंगे किस से कब मिलेंगे . और ये कहते हुए उसकी छाती फटी जा रही थी की अमेरिका से भारत में आधा trillion डॉलर का निवेश आ रहा है ......... आधा ट्रिलियन ....... ये कहते हुए उसका कलेजा फटा जा रहा था ........ दुनिया मोदी के नेतृत्व में एक नया हिन्दुस्तान बनता देख रही है और भारत से सम्बन्ध बनाना चाहती है .........
इतना भारी निवेश होगा ......... कहाँ होगा भारत में निवेश ........... निश्चित रूप से UP Bihar में नहीं होगा ......... गुजरात , महाराष्ट्र , कर्नाटक , तमिलनाडु , आन्ध्र प्रदेश , बंगाल उड़ीसा में होगा ..........राजस्थान , हरियाणा पंजाब में भी हो जाएगा पर UP बिहार में नहीं होगा .............. इन दोनों राज्यों में न तो निवेश के लायक माहौल है न infrastructure ........ कोई बिहारी खुद up bihar में यूनिट नहीं लगाना चाहता जापानी क्या लगाएगा ? उसको पागल कुत्ते ने काटा है ? और क्यों लगाएगा ? up bihar में industry लगेगी तो क्या इ न्वर्टर से चलेगी ? या जनरेटर से ? bihar ने तो पिछले सात साल में सड़क बना भी ली है पर up में तो सड़क पे मछली पालन हो रहा है ......... मेरे एक मित्र , जिनके यहाँ पंजाब में 20-22 rice mills हैं वहाँ सासाराम में एक यूनिट लगाना चाहते थे दो साल पहले .........घूम फिर आये थे ........ इस साल उन्होंने इरादा त्याग दिया .......बोले रंगदारी फिर शुरू हो गयी है .....अभी हाल ही में एक सरदार जी वहाँ से एक यूनिट बेच के वापस आ गए हैं .............
बिहार पे लालू का ख़तरा मंडरा रहा है ......... और यदि इस बार लालू न भी आये तो भी बिहार की जनता का क्या भरोसा ? न जाने कब बैठा दे वापस लालू को ........ industry लगाने वाला 5 साल के लिए निवेश नहीं करता है .......उसके लम्बे समय तक गारंटी चाहिए ........बिहार वो गारेंटी नहीं देता ........ यही हाल UP का है ....... वहाँ भी लोग जाने क्या करेंगे ......... माया आएँगी या मुलायम ....या खिचडी ........ और अगर भाजपा आ ही गयी तो क्या भरोसा ....... अगली बार फिर मुलायम आ जायेंगे ? ऊपर से घंडरोज .......माने नीलगाय ......... जहां नीलगाय का प्रकोप हो वहाँ मटर की खेती नहीं की जाती .......... up में इतने मुसलमान हैं ? चर जायेंगे ........industry को ......... कब दंगा हो जाए क्या भरोसा ? कोई समझदार आदमी बाहर से आ के यहाँ निवेश नहीं करेगा ..........आप लगायेंगे मियाँ टोला में अपना यूनिट ? या बनायेंगे मियाँन में घर ?
इसलिए निश्चिन्त रहिये ..........अगले 5 साल तो UP बिहार में कुछ नहीं होने जा रहा ......... निवेश सब coastal areas में होगा ......... UP बिहार सस्ती लेबर देता रहेगा हिन्दुस्तान को ......... लेबर बोले तो blue collar और white collar दोनों .......... सस्ती लेबर UP बिहार से जायेगी इसमें कोई दो राय नहीं है ..........लेबर ढोने वाली गाड़ियां अलबता बढ़ सकती हैं UP बिहार में ........
जनता इस्परेस ........ जनसेवा ......... जननायक ........... गन्दी बदबूदार गाड़ियां .............

पुराने ज़माने में महिलाओं की किसी पत्रिका में एक स्तम्भ छपा करता था " हाय मैं शर्म से लाल हुई " . पिछले दो दिन से अपना भी कुछ यही हाल है .......... शर्म से टमाटर हुए जा रहे हैं ......... सारी दुनिया लानतें भेज रही है ......कहा जा रहा है की महिलाओं का सम्मान नहीं करना जानते हम ........... उन्हें इज्ज़त नहीं देना जानते ........... उन्हें बराबरी का हक नहीं देना चाहते ........
औरत को भी हक है अपनी मर्ज़ी से ओढने पहनने का ......... दिखाने छुपाने का ......... आज की नारी जाग चुकी है .......उसे खुद decide करने दो की वो क्या पहनेगी ......... पहनेगी की नहीं पहनेगी ........ तुम मर्द हो , पर तुम्हारा कोई हक नहीं ......... तुम्हारे सामने विकल्प नहीं है ........तुम ये decide नहीं कर सकते की सड़क पे नंगी / अधनंगी घुमती लड़की को इज्ज़त बक्शनी है या उसे लानत भेजनी है .......ये हक तुमसे छीन लिया गया है .....तुम्हे हर हाल में उसे इज्ज़त देनी है ....... वाह ....वाह ......सुभान अलाह ........मुक़र्रर ......इरशाद .......एक बार और .........बहुत खूब ........ यही निकलना चाहिए आपके मुह से ........ ऐ मोमिनों ........सड़क पे नंगी घूमती लड़की को इज्ज़त दो ..........
फ़ौज में जब झंडा लहराया जाता है तो तीन फौजी बिगुल बजाते हैं .......जो जहां हो वहीं सावधान खडा हो जाता है .......... फिर धीरे धीरे झंडा चढ़ाया जाता है .......इसे कहते हैं सम्मान करना ........इज्ज़त देना .......कहीं कहीं सम्मान देने के लिए , इज्ज़त बक्शने के लिए 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है ......... मुगलिया दरबार में झक के तीन बार सलाम करने का चलन था ........
इसलिए ऐ मर्दों , शर्म करो ........ जहां अर्ध नग्न लड़की / महिला सड़क पे दिख जाए .......... उसे इज्ज़त दो ........ 21 तोपें तो ला नहीं सकते ........ पर तुरंत वहीं सावधान खड़े हो जाओ .......झोले से बिगुल निकाल के बजाओ ......... झुक के तीन बार सलाम बजाओ ........ तुम्हे कोई हक नहीं उसकी dress पे टिप्पणी करने का ....... वो क्या दिखाती है और क्या छुपाती है ये उसकी आजादी है .........
औरतों की आजादी का पैमाना उसका नंगापन ही है क्या ?
हर वो औरत जो शालीनता से कपडे पहनती है गुलाम है ????????

देश वीर वीरांगनाओं से कब खाली था ........ latest वीरांगना अपने बॉलीवुड में पैदा हुई है ......... वैसे इधर कई दशकों से वीरांगनायें बॉलीवुड में ही पैदा होती हैं ......... सो जब times of india ने अर्ध नग्न दीपिका पादुकोण के क्लीवेज का फोटो छाप दिया तो वीरांगना बिफर पडी ............ वीर रस से ओत प्रोत घोड़े पे सवार हो उसने तलवार निकल ली और कूद पड़ी twitter की रणभूमि में और ललकार के बोली की हाँ ........... हैं मेरे पास breasts ........तुमको कोई प्रॉब्लम ?
दरअसल वीरांगना ये कहना चाहती है की मेरे पास breasts , मैं तो दिखाउंगी .......... तुम या तो देखो वरना अपनी आँख फोड़ लो ..........
भारत भूमि का समस्त मीडिया .........सोशल और MSM .......सब इस वीरांगना की वीर गाथा गा रहे हैं और TOI की लानत मलानत कर रहे हैं .......... यूं मानो परम वीर चक्र अब्दुल हमीद से छीन के दीपिका पादुकोण को ही दे देंगे ....... यूँ लिखते हैं अखबार की दीपिका के पास तो भैया सिर्फ breasts नहीं spine भी है ......यूँ मानो सरेबाजार low cut ब्लाउज पहन के cleavage दिखाना बड़ा मरदई का काम है उसके लिए बड़ा कलेजा चाहिए ......... मोदी की भाषा में बोलें तो 56 इंच का सीना लगता है .........
पीछे कई पोस्ट्स में मैंने दहेज़ लेने वाले युवकों को केंचुआ लिखा था .............साले रीढ़ विहीन केंचुए .......... आज ज्ञान चक्षु खुल गए ........ आज पता लगा की रीढ़ यानि spine की ज़रुरत तो दरअसल सड़क पे नंगा घूमने के लिए पड़ती है ........ पहले सड़क पे नंगी हो के घूमो और फिर जो देखता मिल जाए उसकी आँख में गरम सलाख डाल दो ........... साले गन्दी निगाहों वाले ......... शर्म नहीं आती ......... देखता है ?????????
दीपिका पादुकोण के पास breasts हैं , और वो तो भैया दिखायेगी ...........उसके पास spine है .......... यूँ है तो लौंडों के पास भी बहुत कुछ दिखाने को ......... या अल्लाह ....... रब न करे की लौंडों को भी spine हो जाए .......... तुम बेटा केंचुए ही ठीक हो .......नहीं चाहिए ऐसी spine ........

रंडीटीवी कल मोदी सरकार में सब्जियों के भावों की तुलना कर रहा था .........
कहता है may में टमाटर 28 रु किलो थे और september में 80 रु हो गए लिहाजा दाम 300 % बढ़ गए .
माँ कसम , मैं अगर रंडीटीवी का मालिक होता तो उस एंकर को नौकरी से निकाल देता . अबे तुलना ही करनी है तो may के दामों से क्यों कर रहा है .......... april के दामों से कर ..........april में टमाटर मंडी में 3 रु किलो और फुटकर 10 रु में डेढ़ किलो बिक रहा था . यानि 7 रु किलो ...........
तब 7 अब 80 .........अबे बढानी है तो महंगाई 1100 % बढ़ा ...........300 % में मज़ा नहीं आता .


आम मार्किट से नदारद ......... लोग मोदी राज में आम खाने को तरसे ........... मार्किट में आजकल आम देखने को भी नसीब नहीं ........... क्या इसी दिन के लिए वोट दिया था मोदी को ..........
कब आयेंगे अच्छे दिन .............

मुहम्मद अफरोज सुधर रहा है ........ बड़ी तेज़ी से सुधर रहा है ....... पेंटिंग्स बनाता है .......खाना भी बनाता है ........ अंग्रेजी में बताता है .....this is my painting .......... रमजान के महीने में रोजा भी रखा था .........
सेक्युलर गिरोह की latest darling तैयार हो रही है ......... darling साल भर में रिहा हो जाएगी ......... darling को जिंदगी फिर से शुरू करने का मौक़ा फिर से मिलना ही चाहिए .......... सेक्युलर darling की पेंटिंग्स को अभी किसी कम्पटीशन में first प्राइज भी मिला है.........
जब darling रिहा होगी तो हमारा सेक्युलर media का गिरोह उसके इंटरव्यू लेने के लिए होड़ लगाएगा ........हो सकता है की bigboss में भी मौक़ा मिल जाए उसको ........ या फिर किसी रियलिटी show में जज ही बन जाए ...........
बुर्का दत्त लेंगी सबसे पहला इंटरव्यू ......... रोड घुसेड के कैसा महसूस किया था आपने ? अच्छा कैसे घुसेड़ी थी ........... ज़रा हमारे दर्शकों को बताइए ........... अच्छा मेरे घुसेड के दिखाइये ............. हत्यारों के भी मानवाधिकार होते हैं ........उन्हें भी मौक़ा मिलना चाहिए .......... इंटरव्यू देने का .........
मुहम्मद अफरोज की एक painting .......

24 घंटे में सुना है की काफी कुछ बदल जाता है . 
परसों शाम को मुग़ल सराय से तिनसुकिया पकड़ी . दिल्ली होते हुए जालंधर आना था . दिल्ली आते आते ट्रेन 5 घंटा लेट हो चुकी थी . दिल्ली आ के इस सीज़न की पहली बारिश देखी . वरना अब तक तो सिर्फ सुनी थी की हाँ फलां जगह बरसा . कल झूम के बरसा दिल्ली में . मूसलाधार . पुरानी दिल्ली स्टेशन से मेट्रो गया . वहाँ देखा तो य्य्य्ये लम्बी लाइन . सोचा ऑटो ही पकड़ लेता हूँ ........ पीछे से आवाज़ आई .....अजीत जी ........पहले तो ध्यान न दिया .......... अजित जी  ........अजित जी ....... मैंने पीछे मुड़ के देखा .........कोई न था ........अजित जी ...... एक लड़के ने wave किया ...... आप अजित जी हैं न . जी हाँ . हूँ तो . पर आप कैसे जानते हैं मुझे ? facebook वाले अजित जी ....... उसने मुझे पहचान लिया . आपकी फोटो से पहचान लिया . अरे फेसबुक की फोटो तो धुंधली सी होती है .....अजी नहीं बहुत स्पष्ट होती है ......... 5 मिनट यूँ ही खड़े खड़े बात हुई . नाम याद नहीं . मैंने कहा मेसेज करना . पहले तो अच्छा लगा पर बाद में मुझे कुछ चिंता भी हुई . लोग पहचानने लगे हैं .
अब तक तो लोग सिर्फ गरियाते थे . अब धमकाने लगे हैं . पिछले दो दिन से inbox में 5 message आ चुके हैं . लोगबाग भोजपुरी में धमका रहे हैं . अरे मान जा ...... बहुत जिन उड़ा ...... अरे मुआ देहि ....... गायब करवा देहि ...... अरे ठाकुर हउआ यार .....कुछ त लिहाज करा ........
पहले सिर्फ commi और कठमुल्ले ही गरियाते थे .फिर आपिये गरियाने लगे . फिर कुम्भ नहाने वाले भी गरियाने लगे . गौ भक्त गरियाते हैं . शिव भक्त और गणपति पूजन वाले भी गरियाते हैं ......... गंगा भक्त भी गरियाते हैं ........ कल को दहेज़ लेने वाले भी गरियाएंगे . निर्मल बाबा के चेले भी है फेसबुक पे ........ वो भी गरियाएंगे . साईं भक्त भी हैं . शंकराचार्य के चेले भी हैं ......... कठहिन्दू भरे पड़े हैं .........
बड़ा नाज़ था सोशल मीडिया पे . एक अदना से आदमी को जुबां दे दी सोशल मीडिया ने . मैं बड़े गर्व से कहता था ..........बोल , कि लब आज़ाद हैं तेरे . मैं एक नाचीज़ , भी बोल सकता हूँ ........ कोई सुने न सुने , बोल तो सकता ही हूँ ........ हिजड़ा है main stream media ......... सबको सिर्फ खुश करने के लिए ही लिखता है ........ बस इतना लिखो की कोई नाराज़ न हो जाए . यहाँ तक की monkey man और मुहनोचवा को जो लोग मानते हैं उनकी भावनाओं का भी आदर करो ......... शोभन सरकार को सपना आया और डौंडीया खेडा में 1000 करोड़ के खजाने के लिए खुदाई शुरू हो गयी . मीडिया शोभन सरकार के चेलों की भावनाओं की भी कद्र करता है .......उनकी भी भावनाएं हैं ........कही ठेस न पहुंचे . भावनाओं का ठेकेदार हो गया है मीडिया ........
अब इतनी गालियाँ और धमकियां सुनने के बाद सोचता हूँ की मैं भी अखबार ही बन जाऊं . सबको खुश करने के लिए ही लिखूं . अरे भैया , जान है तो जहान है . कोई 2000 रु दे के किरपा लेने तालकटोरा स्टेडियम जाता है और वहाँ से समोसे के साथ हरी चटनी का उपाय ले के आता है तो तुम क्यों भसड़ करते हो अजित सिंह .......... दुनिया तो कर ही रही है , तुम भी करो न बाबा जी के चरनों में कोटी कोटी परनाम .......... काहें साले को बड़का क्रांतिकारी बन रहे हो ?
बाबा जी के चरनों में कोटी कोटी परनाम .........

आपके पूजा पाठ और भक्ति भाव से प्रसन्न हो कर यदि इश्वर आपके पापों को क्षमा कर देता है तो ये उसका भ्रष्टाचार है ।
कुम्भ में गंगा में नहा लेने से यदि आपके पाप धुल जाते हैं और आपको मोक्ष मिल जाता है फिर पापों से क्या डरना ? खुल खेलो ...... करो जम के पाप ..... जैसे surf excel के रहते दागों से नहीं डरना उसी प्रकार गंगा जी के रहते पापों से क्या डरना ।
पोंगा पंडितों की ये थ्योरी व्यक्ति को पाप करने से रोकने की बजाय उसे पाप करने के लिए उकसाती है । ऐ भक्त ,मत डर । क्यों चिंता करता है ? मैं हूँ न । सब सम्हाल लूँगा । अपनी approach है डायरेक्ट भगवान् तक ।
इस theory में ज़्यादा दम है की सभी पापों का फल यहीं इसी जन्म में मिलना है । और ये पाप बक्शे न जायेंगे । कोई source सिफारिश नहीं चलेगी । दान दक्षिणा पूजा पाठ से कुछ न होगा ।इसलिय बेहतर रहेगा कि पाप न करो । ये पाप कर के पिंडी पूज के उसे बक्शवाने से बेहतर approach नहीं है ?????
भैया , इन पोंगा पंडितों पे न जाओ । अपनी अक्ल लगाओ ।



result के बाद जब सरकार बनाने की कवायद चल रही थी तो मोदी गुजरात भवन में जमे हुए थे । सरकार में शामिल होने वाले नामों पे विचार हो रहा था । मोदी ने सिर्फ उन्ही नामों पे विचार किया जिनकी इमानदारी पे प्रश्न चिन्ह न था । या जिनपे उन्हें विश्वास था कि ठोक पीट के सीधा कर लेंगे । उन्होंने सबको एक एक कर के बुलाया । पूछा ,भैया ..... हमारे साथ काम कर लोगे न ? गर्दन घुटना सही है न ? 18 घंटा खट लोगे न ?
सरकार में 4 लोग वरिष्ठ हैं । सुषमा जेटली गडकरी और राजनाथ । मोदी पुछल्लों को बिलकुल पसंद नहीं करते । इनमे से सिर्फ एक ,राज नाथ की पूंछ है । उनका बिटवा .......पंकज सिंह । सरकार बनने के बाद मोदी ने सबको बहुत सिखाया पढाया । dos and donts समझाए । राजनाथ को अपना चेला secretary बनाने से रोका । कान में ये भी समझाया की IB लगा रखी है । तुम्हारी निगरानी हो रही है । सबको समझाया कि भाई भतीजे बहु बेटे रिश्तेदार दूर रखो । पर कुत्ते की पूंछ कभी सीधी हुई है ?
जब मोदी को सत्ता के गलियारों में पंकज सिंह की सक्रियता की खबर लगी तो उन्होंने फिर सांसदों मंत्रियों के लिए एक अभ्यास वर्ग रखवाया , संघ की तर्ज पे । उसमे खुद राजनाथ ने भाषण पेला । सबको समझ आया पर खुद राजनाथ को न आया ।
15 दिन बाद जब फिर रेपोर्ट आई कि पंकज सिंह नहीं सुधर रहे तो मोदी ने कहा ,लपेटो । 3 बड़े पुलिस अधिकारियों को उन्होंने मलाईदार पद दिलाने का वादा कर लिया । पैसा भी थाम लिया ।
मोदी ने दो दिन बाद दोनों बाप बेटा को बुला के शुद्ध भोजपुरी में समझाया । फिर PMO ने जान बूझ के खबर लीक कर दी । राजनाथ संघ में जा के रोये । मोदी को नागपुर से फोन आया । मोदी ने राजनाथ और राम गोपाल के बीच वार्ता लाप की एक CD नागपुर भिजवा दी । संघ चुप हो गया ।
मोदी ने भ्रष्टाचार निवारण का काम चोटी से शुरू किया है । सरकार में राजनाथ निस्संदेह नंबर 2 हैं । रहेंगे भी । राजनाथ प्रकरण से मोदी ने पूरी सरकार और पूरे देश को ये बता दिया है की ........ मोदी सब देख रहा है ...... मोदी सब जानता है । अल्लाह बड़ा दयालु है । मोदी नहीं ........
( zee न्यूज़ के एक वरिष्ठ पत्रकार से बातचीत पे आधारित )

Ram Gopal is a good boy .


रीति कुप्रथा पे सवाल उठाना गलत कैसे ?
सती भी तो किसी के लिए आस्था का ही प्रश्न है । कुरआन भी ....... जिहाद भी ।
रम गोपला एकदम सही बोला ........ अंधविश्वास पे चोट करनी ही चाहिए । महर्षि दयानंद ने सारी जिंदगी यही किया था । कुम्भ के मेले के बीच ही पाखंड खंडिनी पताका गाड़ दी थी ।
रम गोपला सही बोला । राम गोपाल एक अच्छा लड़का है । Ram Gopal is a good boy .

होते हैं । SBI सैदपुर से यदि आपको कोई transaction करनी है तो आपको 5 - 6 घंटे लग जाते हैं । हर बैंक अपनी क्षमता से 10 गुना ज़्यादा खाते दारों को सेवा देता है । कसबे के बैंक आसपास के सैकड़ों गाँवों को सेवा देते हैं । वर्तमान में जो खाते हैं उन्हें उत्कृष्ट सेवा देने के लिए कम से कम 100 बैंक शाखाएं और चाहिए और इतने ही ATM ........ ऐसे में मोदी सरकार धन जन योजना launch कर रही है आज । हर घर में दो खाते । मोदी जी ........किस बैंक में खोलोगे ये खाते ? किस परिसर में दोगे उन्हें सेवा ? मोदी जी , पहले बैंकों से बोलिए कि वो ग्रामीण क्षेत्रों में शाखाये खोलें ......ATM खोलें ......इसके लिए पहले गाँव में उत्कृष्ट high स्पीड internet connectivity देनी होगी ....... फिर खाते खोलियेगा .......


august 28

आज से कोई 6 - 7 साल पुरानी बात है । हम दोनों पति पत्नी insurance सेक्टर में काम करते थे । दोनों के दफ्तर एक ही building में आस पास ही थे । धर्म पत्नी का ब्रांच मेनेजर मेरा पक्का दोस्त था । एक दिन मैं उनके दफ्तर में पहुंचा तो देखा कि सभी कर्मचारी एकदम तन्मयता से काम कर रहे हैं । कर्म ही पूजा है । आराम हराम है । पूरी ब्रांच के तकरीबन हर टेबल पे जूठी प्लेटें गिलास बचा हुआ खाना पडा था । पिछली शाम ब्रांच में पार्टी हुई थी । सुबह सफाई कर्मी आया नहीं सो शादी के बाद बरात लौट जाने के बाद वाला दृश्य था । फिर भी पूरा स्टाफ सच्चे कर्मयोगी सा काम में जुटा था । मैं पहुंचा घूमता फिरता । नज़ारा देखा । मैंने अपनी पत्नी के कान में धीरे से कहा ....... इसे मैं साफ़ करू या तुम करोगी । देख लो ...... अगर मैं करूंगा तो तुम लोगों की ज्यादा बेइज्जती होगी ।
एक आज्ञाकारी पति पारायण पत्नी की तरह madam तुरंत जुट गयी । ब्रांच में दो लडकियां और थी । वो भी लग गयी । देखा देखी मर्दों को भी शर्म आई । वो भी जुट गए । कोई वाइपर उठा लाया कोई फिनायल और किसी ने पोंछा हाथ में उठा लिया । 5 मिनट बाद पूरा ऑफिस चम् चम् चमक रहा था । मेरा मित्र शर्मिंदा भी था और मंद मंद मुस्कुरा भी रहा था ।
मेरे एक मित्र कनाडा में रहते हैं । वो बताते हैं की वहाँ ऑफिस में कोई helping स्टाफ नहीं होता न कोई सफाई कर्मी । प्रतिदिन एक कर्मी की ड्यूटी लगती है । वो उस दिन आधा घंटा पहले आता है और पूरे दफ्तर और toilets की सफाई करता है । यहाँ तक की कंपनी के मालिक की भी बारी आती है ।
ABP न्यूज़ पे दिखा रहे हैं । Operation Toilet . लडकियां कहती हैं शौचालय नहीं है । है तो गन्दा है । जाम पड़ा है । दरवाजा टूट गया है । मोदी कहते हैं पूरे देश में शौचालय बनाओ । ऐ टाटा बिडला अम्बानी डालमिया ......शर्म करो । टाटा बनवा तो देंगे । शौचालय बन तो जाएगा । पर उसके बाद एक बड़ी गंभीर समस्या आन खड़ी होगी । मोदी को उसके बारे में भी सोचना होगा ।
समस्या ये है कि हगने के बाद गांड धोनी भी पड़ती है । धोएगा कौन ? हिंदुस्तानी बड़ा शुचिता पसंद होता है । धोएगा तो हाथ गन्दा हो जायेगा । कौन करेगा अपने हाथ गंदे ? मोदी को corporate world से एक और अपील करनी चाहिए । ऐ रतन टाटा ......पहले शौचालय बनवाओ फिर वही बैठ के ड्यूटी दो । धोनी भी तुम्ही को है ........ या फिर मोदी खुद आ के धोएं .....मैं तो भैया खुद नहीं धोउंगा ......