Tuesday, October 7, 2014

27 september गुलज़ार साहब की आखिरी फिल्म ..........

gulzaar साहब ने 1999 में " हू तू तू " बनायी थी . वो उनकी अंतिम फिल्म थी .......उसके बाद उन्होंने फिर कभी फिल्म नहीं बनायी ........ ऐसे बहुत से फिल्मकार हुए हैं जिन्होंने एक से एक बेहतरीन फिल्में बनायी फिर वो अचानक सीन से गायब हो गए ........ मुज़फ्फर अली ..........उमराव जान के बाद कभी कोई फिल्म नहीं आई उनकी ...... हालांकि कोशिश उन्होंने बहुत की , पर बना न सके ...कई फिल्में story और script से आगे न बढ़ी तो कुछ आधी बन के बंद हो गयी ........ पर गुलज़ार साहब के साथ ऐसा कुछ न हुआ ......उन्होंने हू तू तू के बाद फिल्म मेकिंग से तौबा ही कर ली .........

कई बार लोगों ने उनसे पूछा की फिल्में बनाना क्यों बंद कर दिया .......उन्होंने हमेशा इस सवाल को टाल दिया .........कई बार यूँ बोले कि मैं मूलतः कवि हूँ .....लेखक हूँ .......मुझे लगा की थोड़े से दिन बचे हैं और इतना कुछ लिखना पढ़ना बाकी है इसलिए अब सिर्फ लिखने पढने में समय देता हूँ ........

दरअसल गुलज़ार साहब ने अपने दिल का दर्द कभी बताया नहीं किसी को ..........पर कुछ गिने चुने लोग तो जानते ही थे ......उनमे एक विशाल भारद्वाज हैं और एक तब्बू .......हाल ही में एक इंटरव्यू में विशाल भारद्वाज ने वो राज़ खोल दिया .......

दरअसल हू तू तू , जो हमने आपने देखी , वो वो हू तू तू नहीं थी जो गुलज़ार साहब ने बनायी थी .......जो फिल्म उन्होंने बनायी वो कुछ और थी ....... फिल्म के निर्माता धीरज लाल शाह को फिल्म का अंत पसंद न आया ........... उसने गुलज़ार साहब से कहा कि बदल दीजिये ....... गुलज़ार साहब ने कहा .....लाला .......गुलज़ार की फिल्म है ....... लाला के समोसे नहीं ......... शाह जी बोले , गुलज़ार साहब पैसे लगे हैं मेरे ........ मेरा माल है ....... क्यों मुझे कंगाल करने पे लगे हैं .......गुलज़ार साहब ने कहा की शाह जी , अगर फिल्म न चली तो आपका कुछ नुक्सान होगा .............. पर आप कंगाल न होंगे ........आपने फिल्म बदल दी तो गुलज़ार तो कहीं का न रहेगा ..........शाह जी को बात समझ न आई ...........गुलज़ार साहब मीटिंग छोड़ के चले गए ....... और फिर कभी लौट के न आये ......... शाह जी ने फिल्म का अंत अपने हिसाब से शूट करवा के अपने हिसाब से एडिट कर के रिलीज़ कर दी ...........

गुलज़ार साहब ने उसके बाद ज़िन्दगी में फिर कभी फिल्म नहीं बनायी ............

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