Thursday, September 25, 2014


आपके पूजा पाठ और भक्ति भाव से प्रसन्न हो कर यदि इश्वर आपके पापों को क्षमा कर देता है तो ये उसका भ्रष्टाचार है ।
कुम्भ में गंगा में नहा लेने से यदि आपके पाप धुल जाते हैं और आपको मोक्ष मिल जाता है फिर पापों से क्या डरना ? खुल खेलो ...... करो जम के पाप ..... जैसे surf excel के रहते दागों से नहीं डरना उसी प्रकार गंगा जी के रहते पापों से क्या डरना ।
पोंगा पंडितों की ये थ्योरी व्यक्ति को पाप करने से रोकने की बजाय उसे पाप करने के लिए उकसाती है । ऐ भक्त ,मत डर । क्यों चिंता करता है ? मैं हूँ न । सब सम्हाल लूँगा । अपनी approach है डायरेक्ट भगवान् तक ।
इस theory में ज़्यादा दम है की सभी पापों का फल यहीं इसी जन्म में मिलना है । और ये पाप बक्शे न जायेंगे । कोई source सिफारिश नहीं चलेगी । दान दक्षिणा पूजा पाठ से कुछ न होगा ।इसलिय बेहतर रहेगा कि पाप न करो । ये पाप कर के पिंडी पूज के उसे बक्शवाने से बेहतर approach नहीं है ?????
भैया , इन पोंगा पंडितों पे न जाओ । अपनी अक्ल लगाओ ।



result के बाद जब सरकार बनाने की कवायद चल रही थी तो मोदी गुजरात भवन में जमे हुए थे । सरकार में शामिल होने वाले नामों पे विचार हो रहा था । मोदी ने सिर्फ उन्ही नामों पे विचार किया जिनकी इमानदारी पे प्रश्न चिन्ह न था । या जिनपे उन्हें विश्वास था कि ठोक पीट के सीधा कर लेंगे । उन्होंने सबको एक एक कर के बुलाया । पूछा ,भैया ..... हमारे साथ काम कर लोगे न ? गर्दन घुटना सही है न ? 18 घंटा खट लोगे न ?
सरकार में 4 लोग वरिष्ठ हैं । सुषमा जेटली गडकरी और राजनाथ । मोदी पुछल्लों को बिलकुल पसंद नहीं करते । इनमे से सिर्फ एक ,राज नाथ की पूंछ है । उनका बिटवा .......पंकज सिंह । सरकार बनने के बाद मोदी ने सबको बहुत सिखाया पढाया । dos and donts समझाए । राजनाथ को अपना चेला secretary बनाने से रोका । कान में ये भी समझाया की IB लगा रखी है । तुम्हारी निगरानी हो रही है । सबको समझाया कि भाई भतीजे बहु बेटे रिश्तेदार दूर रखो । पर कुत्ते की पूंछ कभी सीधी हुई है ?
जब मोदी को सत्ता के गलियारों में पंकज सिंह की सक्रियता की खबर लगी तो उन्होंने फिर सांसदों मंत्रियों के लिए एक अभ्यास वर्ग रखवाया , संघ की तर्ज पे । उसमे खुद राजनाथ ने भाषण पेला । सबको समझ आया पर खुद राजनाथ को न आया ।
15 दिन बाद जब फिर रेपोर्ट आई कि पंकज सिंह नहीं सुधर रहे तो मोदी ने कहा ,लपेटो । 3 बड़े पुलिस अधिकारियों को उन्होंने मलाईदार पद दिलाने का वादा कर लिया । पैसा भी थाम लिया ।
मोदी ने दो दिन बाद दोनों बाप बेटा को बुला के शुद्ध भोजपुरी में समझाया । फिर PMO ने जान बूझ के खबर लीक कर दी । राजनाथ संघ में जा के रोये । मोदी को नागपुर से फोन आया । मोदी ने राजनाथ और राम गोपाल के बीच वार्ता लाप की एक CD नागपुर भिजवा दी । संघ चुप हो गया ।
मोदी ने भ्रष्टाचार निवारण का काम चोटी से शुरू किया है । सरकार में राजनाथ निस्संदेह नंबर 2 हैं । रहेंगे भी । राजनाथ प्रकरण से मोदी ने पूरी सरकार और पूरे देश को ये बता दिया है की ........ मोदी सब देख रहा है ...... मोदी सब जानता है । अल्लाह बड़ा दयालु है । मोदी नहीं ........
( zee न्यूज़ के एक वरिष्ठ पत्रकार से बातचीत पे आधारित )

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