Saturday, August 9, 2014


prem भैया से मिल के आ रहा हूँ ....अरे वही ....prem prakash जी ......राजघाट वाले ........अस्पताल में भरती हैं , कल रात से ........ वहाँ पहुंचा तो देखा की डॉक्टर हलक में उंगली डाल के उलटी करवा रहे हैं ........

मैंने पूछा , अमाँ क्या हुआ ? क्यों मरे जा रहे हो ?

जवाब देने की स्थिति में नहीं थे ....... बस लाल लाल आँखें लिए घूरे जा रहे थे ........

मैंने भाभी जी की तरफ प्रश्नवाचक निगाहों से देखा ........... क्या हुआ ? मुझसे मित्र का कष्ट देखा नहीं जा रहा था ........ऐसा क्या खिला दिया आपने ?

अजी मेरे हाथ का कहाँ खाते हैं आजकल ......... महीने भर से वहीं तो थे .........मियाँ टोले में ....... वहीं रोजाना अल्लसुबह सहरी और शाम को इफ्तार की दावत उड़ाते थे ............ कल सुबह से ही पठानी सूट पहन के , गले में हरियरका गमछा लपेटे , सिर पे गोलकी टोपी .......जाली दार .....और लगा के अतर कन्नौजिया .....मस्जिद दर मस्जिद ईद मुबारक ईद मुबारक करते घूम रहे थे .........देर शाम जुम्मन मियाँ रिक्शे पे लाद के पहुंचा गए ........ बोले घबराने की कोई बात नहीं है ......सेवईं थोड़ी ज़्यादा खा गए हैं .........पेट अफर गया है ....... सुबह अजवायन की फंकी दे दीजिएगा .........और खुदा हाफ़िज़ कह के चले गए ......... रात को जब हालत बिगड़ने लगी तो हम लोग लाद फाद के यहाँ लाये .........

क्या कहा डाक्टरों ने ?

अजी कहेंगे क्या ? सेवई सब पेट में जा के अड़स गयी है ..........ना नीचे जाती है न ऊपर आती है ......

अजी ईद की सेवई पचा ले जाना सबके बस की बात थोड़े न होती है ............ जाने किस मुए सरदार की दूकान की सेवई थी .........
उधर डॉक्टर परेशान हैं .........आखिर कैसे निकालें ईद की सेवई ?????


30 july 2014 .........

ऐ औरतों .........बहुओं , बेटियों , इस पोस्ट को ज़रूर पढो और जितना हो सके शेयर करो ......... इसमें शर्माने के लिए कुछ नहीं ....शर्म से सिर झुकाने के लिए बहुत कुछ है .............. इसे biology के एक lesson की तरह पढो ........खुद educate हो के दूसरी महिलाओं को भी educate करो ............

इराक में सभी मुस्लिम महिलाओं को , लड़कियों को , औरतों को , बच्चियों को और वृद्धाओं को ................ ISIS ने फरमान सुनाया है .........खतना करवाओ या गर्दन कटवाओ ........... इस्लाम में लम्बे समय से औरतों के खतने की परम्परा रही है ......... इसमें महिला के clitoris को काट के निकाल दिया जाता है ........ clitoris महिलाओं के जननांग का वह भाग होता है जो संसर्ग में आनंद की अनुभूति देता है ........... इस्लाम में महिला के लिए sex को एन्जॉय करना वर्जित है ...........इसलिए clitoris को ही काट कर निकाल देने का फरमान सुनाया गया है .......इसके अतिरिक्त इस खतने के बाद सभी महिलाओं की योनी को सिल दिया जाएगा और मूत्र विसर्जन के लिए सिर्फ एक छोटा सा छेद छोड़ दिया जाएगा ..........

क्या मुस्लिम औरत को जीने का हक नहीं ??????? इस्लाम में एक पुरुष के लिए एक बार में चार महिलाओं तक का प्रावधान है ............. उसे धरती पे 4 और जन्नत में यौन सुख के लिए 72 हूरें मिलेंगी ......... sex enjoy करने के लिए ........परन्तु इस्लाम में महिलाओं के साथ क्या यही होगा .....जीते जी भी और मरने के बाद भी ? ............ क्या उन्हें जीने का हक नहीं ??????????

दुनिया की सभी औरतें ............मुसलमान हों या गैर मुसलमान हों .......और सभी पुरुष .......... इस अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाएं ..... ये मुस्लिम औरतों पे नहीं मानवता पे अत्याचार है ............

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