Monday, July 14, 2014

कुख्यात आतंकी जिसे सरदार जी लोग संत जरनैल सिंह भिंडराँवाला कहते थे वो अपनी तकरीरों में सिर्फ एक ही बात कहता था ....ए सिखों , हिन्दुओं और हिंदुत्व से बचो ....ये अजगर तुम्हे निगल जाएगा . वैसे बात वो गलत नहीं कहता था . हिंदुत्व ने अपने अनुयायियों को स्वतन्त्रता दी है ....सोचने समझने की , बोलने की ....न कोई fixed patent पूजा पद्धति , न कोई किताब और न कोई देवी देवता भगवान् .......... जैसे मर्जी जिसे मर्जी पूज लो , जो मर्जी किताब पढ़ लो , न पसंद आये तो नयी लिख लो ....... इसी स्वतन्त्रता से नए नए सम्प्रदाय और नयी सोच उपजी ....उस ज़माने में बौद्ध और जैन उपजे ...वाम मार्ग आया ....और ऐसे ना जाने कितने आये ......सिखी को आये तो जुमा जुमा ३०० साल हुए हैं ....और इसका तो प्रसार ही कुछ नहीं ......बौद्ध धर्म तो पूरी दुनिया में फ़ैल गया था ....पर फिर क्या हुआ ? भारतीय उपमहाद्वीप में बौद्ध और जैन दोनों पुनः हिंदुत्व में आ मिले .......... अब आप इसे चाहे जो कह लो ....अजगर खा गया या नदी की धारा जो अलग हुई थी पुनः नदी में आ मिली .........सिख धर्म धीरे धीरे पुनः हिन्दू धर्म में आ मिलेगा ......... क्योंकि दोनों का DNA एक ही है ...........

रही बात साईं बाबा की ....... हिंदुत्व में आजादी है भैया ....चाहे जिसे पूज लो ........ साईं बाबा पूज लो , या फिर निर्मल बाबा ........या अपनी मुकेरियां वाली राधे माँ ..........शंकराचार्य कहते हैं , मत पूजो ...... हिन्दू हैं भैया ......नहीं मानेंगे , और तुम साले मुहम्मद मत बनो ....... यहाँ ईशनिंदा कानून नहीं चलेगा ....... ये हिन्दू हैं ....इसी तरह पूज पाज के फिट रहेंगे ......... और जहां तक बात है , की जो तुमने ये कहा की जो साईं को पूजे वो राम कृष्णा न पूजे , गंगा न नहाए ........तो इसी को चूतियापा कहते हैं ..........

उस ज़माने में मुसलमान चोरी से गाय का कान काट के कुए में डाल देते थे और तुम्हारे जैसे चूतिया पोंगा पंडित सुबह उठ के कह देते थे की ....ओह्ह ....तुम लोग तो मुसलमान हो गए क्योंकि उस कुए का पानी पी लिया .......... मुसलमान गर्दन पे तलवार रख के ज़बरदस्ती कलमा पढवा लेता था पर तुम पोंगा पंडितों में ये अक्ल और ये हिम्मत न थी की अगले दिन तुम उन बेचारों को ये कह सको की अरे चलो ....कुछ नहीं हुआ ...... ऐसे कैसे मुसलमान बन गए ...ये लो दो बूँद गंगा जल और फिर से हो गए शुद्ध .....आज जो देश में ये १४ करोड़ मुसलमान दिख रहे हैं ये सब तुम्हारे जैसे पोंगा पंडितों के कारण ही हुए ....उस ज़माने में चाहते तो तुम इन सबको वापस अपने में मिला सकते थे ..........

इसलिए अब बड़के पोंगा पंडित न बनो .....पूजने दो .....साईं को पूज के भी हैं तो हिन्दू ही न ......तुम्हारा बस चला तो तुम इनको भी मियाँ बना डालोगे ......जहां तक जागृति की बात है , उन्हें educate करने की बात है , साईं की पोल खोलने की बात है , वो ज़रूरी है और उसके और बढ़िया तरीके भी हैं ........ ये सब साईं को पूज पाज के फिर वापस हिन्दू बन जायेंगे .....बहुत फिकिर मत करो ........पर उन्हें ज़बरदस्ती मियाँ मत बनाओ .......

समझे Mr शंकराचार्य ............

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