Monday, July 14, 2014

कल प्यारेलाल जी के घर पहुंचा तो देखा की जीन बख्तर पहने सिर पे महाराणा प्रताप का ऐतिहासिक halmet लगाए , laptop पे झुके कुछ लिख रहे हैं ......... टीपू सुलतान की नंगी तलवार बगल में रखी है .........मैंने पूछा ....मधु मक्खी का शहद उतारने जा रहे हो या किसी शूटिंग में हिस्सा ले के आये हो ? अब तो उतार दो मेकप ........ प्यारेलाल जी सीरियस हो गए . बोले हमारा मत उतरवाओ बल्कि तुम भी पहन लो ......देखते नहीं हो माहौल कितना खराब है ......चारों तरफ ख़तरा ही ख़तरा है .......रिस्क ही रिस्क है ........ मैंने चारों तरफ नज़र दौडाई .....कहीं बगदादी की ISIS तो नहीं आ गयी ....कहीं कोई न था ..........मैंने कहा , अमा क्यों खामखाँ भसड मचा रहे हो ......... न ये फेसबुक की वाल हैं न कोई इराक बग़दाद ....क्या मजाल किसी की की आपको हाथ तो लगा के दिखा दे .......... साले को नंगा कर के पिटाई करेंगे ..........

अरे बगदादी गया तेल लेने ........ वो तो छोटा मोटा चूहा है ........ ऐसे छोटे मोटे लोगों का तो हम बड़े बड़े सीनियर पत्रकार नोटिस ही नहीं लेते ........ दुनिया को असली ख़तरा भगवा आतंक से है ...... देखते नहीं हो ........ वेद prakash वैदिक ...... भगवा आतंकी ....... हाफ़िज़ सईद से मिल गया जा कर ......... दुनिया खतरे में है .......सब तहस नहस कर देगा ये बेद परकसवा ........रम देउआ भी मिला हुआ है ......... मोदिया भी .....अमित शहवा भी .....ये सब मिल के भसड मचा देंगे दुनिया में ....... अब समय आ गया है ....दुनिया को जगाने का ...... भगवा आतंक से दुनिया को बचाना ही होगा .......... इतना कह के उठे प्यारे लाल जी और लगे टीपू सुलतान की तलवार भांजने ...........keypad पे ....... हम छिटक के दूर हो गए ...........




पत्रकार deepak sharma का पोस्ट:जो मैंने Anand Prakash जी की वाल से उठायी है .......

मोदी का अम्बानी को जबाब,इसके बाद भी कुछ लोग कहते है की ये अम्बानी की सरकार है।
'भारत में कारपोरेट और ब्यूरोक्रेट की साठगाँठ के एक बड़े
चेहरे है राजीव टकरू. 1979 बैच के गुजरात काडर के IAS
अफसर राजीव टकरु कुछ दिन पहले तक देश के सबसे
ताकतवर अधिकारियों में से एक थे. अम्बानी परिवार और
चिदंबरम के आशीर्वाद से वो देश के रेवेन्यु सेक्रेटरी बने.
प्रधान मंत्री के प्रमुख सचिव के बाद राजस्व सचिव
यानी रेवेन्यु सेक्रेटरी सबसे रसूखदार अफसर होता है
क्यूंकि वो सरकार को सारी कमाई करके देता है.
टकरू साहब जब जामनगर के कलक्टर थे तो उन्होंने
वहां अम्बानी परिवार की बड़ी मदद की और रिलायंस
की रिफाइनरी लगवाने में सहयोग दिया.तभी से ये रिश्ते अमर
बेल की तरह फले फूले.अम्बानी परिवार और टकरू साहब
की तरक्की साथ साथ होती रही. अम्बानी बंधुओं ने
सही वक़्त आने पर टकरू साहब को सरकार की सबसे कमाऊ
कुर्सी पर बैठा दिया,
मित्रों असली खबर ये है की मोदी ने प्रधान
मंत्री की कुर्सी पर बैठ ते ही सबसे पहले टकरू को राजस्व
सचिव के पद से हटा दिया जबकि बजट के कुछ ही दिन बचे
थे. मोदी ने जेटली साहब से ये भी कहा की बजट के वक़्त न
सिर्फ टकरू वित् मंत्रालय में रहेंगे
बल्कि अम्बानी भी वहां नही दिखने चाहिए.
दिल्ली में दलाली खत्म करने का ये मोदी का बड़ा कदम है।









बहुत दिनों से ये पोस्ट लिखने की सोच रहा था । पर माहौल नहीं बन रहा था । आज मौक़ा मिल ही गया ।
आज से कोई तीन साल पहले दिल्ली में अपनी छोटी बहन के घर बैठे हम लोग गप्पें मार रहे थे ।बात बात में वो बोली की आपके पास इतने मजेदार किस्से होते है सुनाने के लिए ।और हर विषय पे आप एक ठोस राय रखते हैं । आप लिखते क्यों नहीं .......ह्म्म्म .....लिखूं ? क्या लिखूं ? क्या वाकई मैं लिख लूँगा ? अछा लिखूं कहाँ ? 
ब्लॉग पे ? वो क्या होता है ? मैंने अपने मित्र देवेन कालरा को फोन लगाया ...... अबे ये blog क्या होता है ? उन ने मुझे एक लंबा lecture पिलाया जो मुझे बिलकुल समझ न आया । खैर बहन ने मेरा ब्लॉग बनाया और कहा .......लिखो इस्पे ...... मैंने कहा लिख तो दूंगा कुछ न कुछ ......पढेगा कौन ? उसने मुझे हौसला दिया .......लिखो ,धीरे धीरे पढने लगेंगे .......मैंने google पे search किया ......how to make your blog popular ? उसमे जो उपाय दिए थे उनका मतलब यही था की तुम दूसरों के ब्लॉग पढो उन पे कमेंट करो ,like करो .......तो वो तुम्हारे पढेंगे ........यानि की तुम उसकी पीठ खुजाओ और वो तुम्हारी खुजाये ...... मैंने तुरंत declare कर दिया की ये तो बहुत ही चूतिया काम है ......अबे किसकी किसकी पीठ खुजाओगे ?
खैर साहब मैंने लिखना शुरू किया और बहन ने गाइड करना शुरू किया ...... बड़ी चिंतित रहती थी बेचारी .....क्योंकि उसे पता था .....पार्थ कब गांडीव रख देगा कोई पता नहीं ....... सो उसने कोई कसर न छोड़ी मेरा उत्साह बनाए रखने में और मेरे ब्लॉग को प्रमोट करने में ......एक दिन बोली .....फेसबुक पेज बनाओ ......वो क्या होता है ? उसने बना दिया ? फिर बोली लिंक को कॉपी करके पेस्ट कर दो अपने फेसबुक पेज पे .......मैंने फिर देवेन कालरा को फोन लगाया .....अबे ये कॉपी पेस्ट कैसे करते हैं ? माँ कसम उस ने आधा घंटा समझाया पर अपनी समझ में कुछ न आया ....... मैंने उस से कहा की कैसा मास्टर है बे तू ? क्या कम्पूटर पढाता है ? फिर मैंने उस से कहा की ऐसा करते हैं ...... मैं एक डेढ़ महीने के लिए तेरे पास आ जाता हूँ , मुझे ये कॉपी पेस्ट जैसी बेसिक चीज़ें सिखा दे ..... ऐसा दोस्त तो भगवान् दुश्मन को भी न दे ..... उसने हाथ पल्ला कुछ न पकडाया । हंस के टाल गया ।
खैर बहन जी ने खुद ही दिल्ली में बैठ के मेरा account मैनेज करना शुरू किया । मैं लिख देता और वो दिन भर यहाँ वहाँ चिपकाती फिरती .......लोगों को friend request भेजती ....... उनसे इनबॉक्स में request करती ......please like my page ........मुझे याद है किसी ने लिख भेजा ......क्यों ? क्यों करू like ?
खैर साहब facebook पे शेयर करने के कारण रोजाना मेरे पोस्ट को 20 - 25 लोगों ने पढना शुरू कर दिया । फिर बहना ने सुझाव दिया की फेसबुक पे भी 2- 4 लाइन के status डाल दिया करो ...... अन्य लोगों के status पढ़े ..... फिर मैंने कहा ,यार ये तो बहुत ही चूतिया काम है ..... लोगों को बताओ .......आज मैंने चटनी के साथ भात खाया ......खैर यहाँ भी लिखना शुरू किया ......समस्या वही थी ,क्या लिखूं ? कौन पढेगा ? और कमबख्त लिखूं कैसे ........... इसका हल मैंने यूँ निकाला ......अबे लिखना क्यों ? इतने लोग है यहाँ ......चलो इनसे बातें करते हैं .......बस फिर क्या था .......लगे दोस्तों से लिख के बतियाने.....यूँ जैसे मित्र लोग सामने बैठे हों .....हिंदी की vocabulary poor थी .....कोई बात नहीं .....न हिंदी अंग्रेजी लिख दो ....... एकदम मस्त मौला बिंदास बतियाओ .....जो जी में आये बक दो । जैसे दोस्तों में गाली फक्कड़ देते हो यहाँ भी दो ....... जम के भड़ास निकालो ...... हा हा ही ही करो .......एक दुसरे का कुर्ता फाड़ लो ..... चड्ढी नोच लो ...... अरे भाई महिलाएं भी होती हैं ......अरे हैं 4 - 6 या तो बर्दाश्त करेंगी या भग जायेंगी .....अरे शरीफ लोग .......कोई साला शरीफ नहीं होता ...... हमारी सोहबत में या तो सुधर जाएगा या फिर अपने घर जाएगा ........तो भैया ,ये है अपने लेखन का फलसफा ......
इन दिनों बहुत से लोग मुझे inbox में समपर्क करते है .......भैया मैं भी लिखना चाहता हूँ .......कैसे लिखू ? उन सबको एक ही सलाह देता हूँ .....मत लिखो ......बातें करो .....किस्से सुनाओ .....हा हा ही ही करो ...... लिख के बातें करो ..... दिल से ..... साफगोई से .......इमानदारी से ...... आडम्बर मत करो ........बात की जलेबी इमरती मत बनाओ .......सीधा सपाट लिखो ..... सरल लिखो ......दुनिया को अपनी विद्वता दिखाने के लिए मत लिखो ...... किस्सा गो बनो ....... किस्से लिखो ......दुनिया अपने आप पढेगी .....

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