Monday, July 14, 2014

आज youtube पे अमेरिका और switzerland की कुछ चुनिन्दा रुट्स पे रेलयात्रा के विडियो देख रहा था . क्या शानदार रेलें हैं . https://www.youtube.com/watch?v=AwIEAV3e8mI

बड़ी पुरानी कहावत है ........there is no free lunch ....... बिना मरे स्वर्ग नहीं दिखता है ......पूत के पाँव पालने में दिख जाते हैं . आज दिख गए हैं . मैं आज के दिन का इंतज़ार कर रहा था . मुझे कौतूहल था की मोदी किस हद तक साहसिक फैसले ले पायेंगे . रेल किराया 14.2 % बढ़ा कर मोदी ने दिखा दिया है को वो साहसिक फैसले लेने को तैयार हैं ................भारतीय रेल को भारी निवेश की ज़रुरत है . रेल देश की तरक्की का एक instrument है . उसे एक प्रोफेशनल तरीके से चलाया जाना चाहिए . पिछले दस साल में इसे एक वोट बटोरने वाली मशीन के रूप में चलाया गया है . रेल ऐसी गाय है जिसे सिर्फ दुहा गया है , चारा नहीं डाला गया . अगले 5 साल तक लगातार इसी तरह किराया बढ़ा कर पूरे देश में single tracks को double electrified और बिजी routes को 4 lane करने की ज़रुरत है ........ इसके अलावा देश के पूर्वी हिस्से , जहां देश की सबसे ज़्यादा जनसंख्या रहती है , के लिए आज से दस गुना ज़्यादा trains चलाने की ज़रुरत है .....कब तक हम लोग भूसे की तरह भर कर रेल में चलेंगे ...........

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