Monday, July 14, 2014

ए मुसलमानों .....रमजान का पवित्र महीना मुबारक हो । अल्लाह ने 30 दिन और ज़िंदा रहने का मौका दे दिया । उसके बाद ऐ सुन्नियों तुम शियाओं को खोज खोज के मारना । लाइन में बैठा के मारना । गला रेत देना ।और बाकि के मुसलामानों तुम सब चुपचाप देखना क्योंकि मरने वाले भी दीन पे कुर्बान हो रहे है और मारने वाले भी दीन की ही सेवा कर रहे हैं । अल्लाह सब जानता है । अल्लाह बड़ा ही दयालु है ।



दिसंबर 2013 में अपने ब्लॉग पे ये पोस्ट लिखी थी . अरविन्द केजरीवाल की सुहाग रात .http://akelachana.blogspot.in/2013/12/blog-post_16.html.........तब से अब तक गंगा में बहुत पानी बह चुका है ......... तब कजरी मोहल्ले भर में लौंडों से पूछते फिर रहे थे . भैया , सुहागरात मनाऊँ या न मनाऊँ . खैर भैया , सुहागरात तो मनी ......... पर जल्दी ही दिल्ली को और खुद दुल्हे राजा को ये अहसास हो गया की मामला झंडू है . शिलाजीत भर खा लेने से कोई मर्द नहीं हो जाता . सो एक रात दुल्हनिया को सोता छोड़ के भग गए ..............मोहल्ले के लौंडे पीछे पीछे चल पड़े ........ झंडू है ... झंडू है ......भगोड़ा है .....भगोड़ा है .......भाग आया .......... भाग आया ........ शहर में एक स्वयंवर और हो रहा था ..........युगपुरुष वहाँ जा पहुंचे बारात ले के .......... लडकी वरमाला ले के चली तो देखा , युगपुरुष ध्यान मग्न बैठे हैं ........ लौंडे पीछे से चिल्लाने लगे .....भगोड़ा है .......भगोड़ा है .....लडकी ने वरमाला मोदी के गले में डाल दी .........

फिर युगपुरुष को ध्यान आया की मेरी तो दुल्हनिया सेज सजा के , बालों में गजरा लगा के मेरी बाट जोह रही है ...........पहुँचे युगपुरुष , बालों में महकउआ तेल लगा के .......... दुल्हनिया दरवाजे पे ही खड़ी थी ......उसने युगपुरुष से कहा .........पीछे मुड़ .......और मारी पिछवाड़े पे कस के लात ......... भाग साले ........अब क्या लेने आया है ........ पिट पिटा के युगपुरुष गली के कोने में चबूतरे पे जा बैठे ............

दिल्ली में सत्ता सुन्दरी , भरी जवानी में , सोलहों सिंगार किये बैठी है ........और बाट जोह रही है .......आयेगा उसके सपनों का राजकुमार सफ़ेद घोड़े पे ............ और बिठा के ले जाएगा डोली में .......... उधर मोहल्ले भर के लौंडे आते जाते ताड़ते हैं ........कोई सीटी बजाता है , कोई आँख मार जाता है ............ युगपुरुष से देखा नहीं जाता ........ पद पंचायत कर ली ....... माफी चिरौरी कर ली ........पर लडकी वाले हैं कि मानते नहीं ..........कल युगपुरुष थाने जा पहुंचे ........... थानेदार से बोले , मेरा कहीं लगन करवा दो ..... या तो उसी से करवा दो , नहीं तो कहीं और करवा दो ........ मुहल्ले भर के लौंडों से इश्क फरमाए , ये मुझसे देखा नहीं जाता ........








जालंधर में मैं एक बार Axis Bank में पैसे जमा कराने के लिए लाइन में खडा था . लम्बी लाइन थी . तभी एक सरदार जी आये और सबसे आगे पहुँच गए और साइड से कैशियर को पैसे पकडाने लगे . अब चूँकि मैं बहुत पुराना , सीनियर , certified बदतमीज हूँ इसलिए मैंने उन्हें तुरंत टोक दिया . Hello ....... do you think I am a fool ......... क्या मैं आपको शक्ल से चूतिया लगता हूँ ......... सरदार जी सकपका गए . sir .....ये इतने लोग जो लाइन में खड़े हैं क्या वो चूतिया है ? और आप ही सबसे स्मार्ट हैं ? जनाब लाइन में आइये और सबसे पीछे खड़े होइए .
Sir .....मैं बैंक का staff हूँ ....
जनाब , आप मनमोहन सिंह भी हो सकते हैं . इस से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता . लाइन में आइये और सबसे पीछे आइये . जब मैंने दहाड़ना शुरू किया तो जो बकरियां और भेड़ें मेरे साथ लाइन में खड़ी थी वो सब भी मिमियाने लगी . बैंक में चिल्ल पों मच गयी . तुरंत ही बैंक का assistant manager sir sir करता आ गया . क्या हुआ sir ? इनसे कहिये लाइन में आयें .
sir , असल में वो priority बैंकिंग के तहत हम धन्ना सेठों को ये सुविधा देते हैं की वो आराम से वहाँ manager के पास बैठ कर आराम फरमाएं और एक बैंक कर्मी तुरंत उनके पैसे जमा करवा आये .

मैंने कहा , sir ........वो वहाँ जो बैठा है मोटे पेट वाला ........वो आपका दामाद हो सकता है ........मेरा नहीं . यदि उसे बाप बनाना है , ख़ास सेवा देनी है , सिर पे बैठाना है तो ज़रूर बैठाइए . पर अपने सिर पे , मेरे सिर पे नहीं . यदि priority banking देनी है तो उसके लिए अलग काउंटर खोलिए . मेरे काउंटर पे उसे सबसे आगे मत खड़ा कीजिये . ज़रा खर्चा कीजिये हुज़ूर . नया काउंटर खोलिए . नया कर्मचारी रखिये . हमसे क्यों ढोवा रहे हैं उसकी पालकी .

रेलवे सुना है की सेमी हाई स्पीड ट्रेन चलाने जा रही है . पहले भी कई VVIP गाड़ियां चलती हैं . वो सब हमारी छाती पे चढ़ के चलती हैं . जब वो आती हैं तो हमको एक तरफ खडा कर दिया जाता है . हट जाओ भैया ....सड़क खाली कर दो ...... राजा साहब आ रहे हैं ........ दिल्ली हावड़ा रूट पे मैंने अक्सर देखा है , हमारी तथाकथित super fast गाड़ियों को लूप लाइन पे खडा कर के एक के बाद एक राजधानी निकाली जाती हैं . जब राजधानी निकलती है तो उसके 30 किलोमीटर तक आगे चल रही गाड़ियों को खडा कर दिया जाता है . जिस से की उनकी स्पीड में खलल न पड़े . एक बार मेरे साथ रेलवे का एक ड्राईवर यात्रा कर रहा था . वो बोला , जनाब जैसे इन गाड़ियों को लाइन क्लियर दिया जता है , वैसे अगर इस सामान्य गाडी को भी मिले तो ये भी 16 घंटे में दिल्ली से हावड़ा लगा देगी .

मोदी जी ......इस देश में आज तक अभिजात्य वर्ग को जो भी सेवा दी गयी है , हम गरीबों की छाती पे चढ़ के ही दी गयी है ............. sir ....बहुत ज़रूरी हैं हाई स्पीड रेल , पर उनके लिए अलग से track बनाइये sir .......हमको super slow बना कर उन्हें super fast मत बनाइये हुज़ूर ........

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